जिंक का हमारे हेल्थ सिस्टम में महत्वपूर्ण योगदान: बनाता प्रोटीन, बढ़ाता इम्यूनिटी, जानें फायदें
जिंक हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है
जिंक ही हमारे शरीर को प्रोटीन बनाने में मदद करता है। हमारा डीएनए बनाता है। शरीर को बढ़ने में मदद करता है, घाव भरने में मदद करता है। जिंक न हो तो त्वचा जल्दी बूढ़ी दिखने लगती है। आपको जो खाने का स्वाद और महक महसूस होती है, उसमें भी जिंक की बड़ी भूमिका है। प्रजनन के लिए भी जिंक जरूरी है। कुल मिलाकर शरीर में छोटी-बड़ी ऐसी सैकड़ों गतिविधियां हो रही होती हैं, जिसमें जिंक की केंद्रीय भूमिका है।
हार्वर्ड टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की एक रिसर्च के मुताबिक, जिंक एक ट्रेस मिनरल है। इसका मतलब है एक ऐसा मिनरल, जो एक वयस्क व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए दिन भर में 1 से 100 मिलीग्राम के बीच ही चाहिए। लेकिन फिर भी यह बेहद जरूरी है। हमारे शरीर में सबसे महत्वपूर्ण केमिकल रिएक्शन के लिए 100 से ज्यादा एंजाइम्स को जिंक की जरूरत पड़ती है।
किस काम आता है जिंक?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, हमारा शरीर जिंक को स्टोर नहीं कर सकता है। लेकिन हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण कामों के लिए इसकी जरूरत पड़ती है, इसलिए जरूरी है कि रोजमर्रा के भोजन में इस मिनरल की पर्याप्त मात्रा ली जाए। आइए नीचे दिए ग्राफिक से समझते हैं कि जिंक शरीर में क्या-क्या काम करता है ।
जानिए हमारे शरीर के लिए कितना खास है जिंक?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, जिंक हमारे शरीर के लिए आयरन के बाद दूसरा सबसे जरूरी मिनरल है। आपको जानकर आश्चर्य हो सकता है कि हमारे शरीर में जो कई बिलियन कोशिकाएं हैं, जिंक हर एक कोशिका के भीतर मौजूद है।
मेटाबॉलिज्म, डाइजेशन, नर्व फंक्शन से जुड़े हर जरूरी काम कर रहे एंजाइम्स की फंक्शनिंग के लिए जिंक जरूरी है।
इम्यून सिस्टम सेल्स के विकास और उनके कामकाज के लिए भी जरूरी है।
हमारी स्किन हेल्थ, डीएनए सिंथेसिस और प्रोटीन प्रोडक्शन के लिए यह बहुत जरूरी है।
आप किसी चीज को टेस्ट और स्मेल भी जिंक के चलते ही कर पाते हैं।
जिंक से हमारी सेहत को क्या-क्या फायदे हैं, आइए इसे समझ लेते हैं-
इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है
जिंक हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने में मदद करता है। हमारी इम्यून सेल्स के कामकाज और सिग्नलिंग में जिंक की अहम भूमिका है। इसकी कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। जिंक खास इम्यून सेल्स को उत्तेजित करके ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस भी कम करता है।
अगर प्रतिदिन 80-90 मिलीग्राम जिंक का सेवन किया जाए तो सर्दी-जुकाम की आशंका कम हो जाती है। जिंक के पर्याप्त सेवन से संक्रमण की आशंका भी कम हो जाती है। यह उम्रदराज लोगों की इम्यूनिटी के लिए बहुत जरूरी है।
तेजी से भरते हैं घाव
जलने पर, अल्सर होने पर और त्वचा पर लगी किसी तरह की चोट के इलाज में जिंक का इस्तेमाल होता है। इसमें मौजूद कोलेजन सिंथेसिस, इम्यून पॉवर और सूजन को कम करने की क्षमता के कारण घाव के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जाता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक डायबिटिक लोगों के घाव या अल्सर देर से भरते हैं। इसलिए अगर उनके इलाज में जिंक का इस्तेमाल किया जाए तो जल्दी राहत मिल सकती है।
उम्र संबंधी बीमारियों के खतरे कम होते हैं बढ़ती उम्र के साथ होने वाली बीमारियां जैसे, निमोनिया, इंफेक्शन और आंखों की कमजोरी को दूर करने में भी जिंक मददगार है।
जिंक हमारी टी-सेल्स और नेचुरल किलर सेल्स को एक्टिव करके ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। इससे इंफेक्शंस से लड़ने में मदद मिलती है।
जिंक से इंफ्लुएंजा का जोखिम कम होता है और हमारी मेंटल हेल्थ भी बेहतर होती है।
मुंहासे ठीक होते हैं