हिंदू धर्म में क्यों नही जलाते बांस की लकड़ी, शास्त्रों में क्यों है वर्जित, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह

Yuva haryana : दुनियाभर में बांस एक ऐसी लकड़ी है जिसे जलाना शास्त्रों और धार्मिक आदर्शों के अनुसार अशुभ माना जाता है। शास्त्रों में इसे वर्जित माना गया है । इसके पीछे कई कारण होते है। जाने-माने एस्ट्रोलॉजिस्ट ने बताया कि बांस की लकड़ी का इस्तेमाल ना तो हिंदू खाना बनाने के लिए करते हैं और ना ही पूजा पाठ में इसका इस्तेमाल करते हैं. एक तरह से देखा जाए तो हिंदू धर्म में बांस की लकड़ी को जलाना सख्त मना है. हालांकि, इस बांस को ना जलाने के पीछे सिर्फ आध्यात्मिक भावनाएं जुड़ी हुई हैं
हिंदू धर्म में कृष्ण जी की बांसुरी और शादी-मंडप में इसका उपयोग के कारण पवित्र माना जाता है। इसके अलावा, मरने के बाद इंसान के शव को भी इस लकड़ी के टिठ्ठी पर ही रखा जाता है। यानी इंसान के जन्म से लेकर मृत्यु तक बांस उसके साथ रहता है।
डॉ. अंजलि जैन ने बताया कि बांस का इस्तेमाल पुराने समय में घर बनाने, बर्तन बनाने और अन्य उत्पादों के लिए किया जाता था, इसलिए इसे जलाने से लोग मना करते थे। आध्यात्मिक रूप से बांस को बेहद पवित्र माना जाता है और इसे जलाने से मना किया जाता है. इसके साथ ही बांस का इस्तेमाल पुराने समय में घर बनाने के लिए, बर्तन बनाने के लिए और अन्य तरह की चीजों को बनाने के लिए किया जाता था. इसलिए भी जानकार लोग शुरू से इसे जलाने से मना करते थे.