गर्मियों में सेहत का रखना है ख्याल...तो न पीएं फ्रिज का ठंडा पानी, मटके का पानी सुरक्षित
आयुर्वेद में तो ठंडा पानी पीने की मनाही
अब तो लगभग हर घर में यह चलन है। गर्मियां आते ही फ्रिज में ठंडे पानी की बोतलें जम जाती हैं। जरा सी प्यास लगी और फ्रिज से ठंडे पानी की बोतल निकालकर गला तर कर लिया। असल में इससे गर्मी में तप रहे शरीर को तो राहत मिलती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इससे आपके शरीर को कितना नुकसान हो रहा है? आयुर्वेद में तो ठंडा पानी पीने की मनाही है। आयुर्वेद के मुताबिक ठंडा पानी शरीर में असंतुलन और विकार पैदा कर सकता है। यह पाचन तंत्र को धीमा कर सकता है। फ्रिज में पानी को आर्टिफिशियल तरीके से ठंडा किया जाता है। शरीर के लिए इसे किसी भी मौसम में पीना अच्छा नहीं है।
पानी पीने का सही तरीका क्या है।
क्या कमरे के तापमान का ही पानी पीना चाहिए या पानी को प्राकृतिक तरीकों से ठंडा करके पिया जा सकता है।
क्या गर्मी में धूप और लू से लौटकर ठंडा पानी पीना नुकसानदायक है?
जब हम ज्यादा देर तक धूप में रहते हैं और आने के बाद फ्रिज खोलकर सीधे ठंडा पानी पीते हैं तो इससे शरीर को झटका लगता है। शरीर के टेंपरेचर में अचानक बदलाव आता है। इससे ब्लड वेसल्स सिकुड़ सकती हैं। पेट खराब हो सकता है या कोई अन्य शारीरिक परेशानी हो सकती है।
फ्रिज का ठंडा पानी पीने से किस तरह के नुकसान हो सकते हैं?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में 2012 में पब्लिश एक स्टडी बताती है कि ठंडा पानी पीने से पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है। क्योंकि हमारे शरीर का नॉर्मल टेंपरेचर 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है। अगर हम ठंडा पानी पीते हैं तो खाने को पचाने के लिए शरीर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है।