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 कहीं आप भी न हो जाएं फर्जी E-चालान के शिकार! असली और नकली को पहचानें, रहें सावधान

 
 E-चालान

e-chalan: अगर आपके पास भी ई-चालान आता है तो थोड़ा सावधान रहें। क्योंकि आपकी जरा सी चूक से आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा

मुंबई के पैडर रोड इलाके का एक बिजनेसमैन ई-चालान स्कैम का शिकार बना। इसमें युवक को उसकी कार का ई-चालान भरने के लिए एक मैसेज मिला। मैसेज में उसके वाहन का पंजीकरण नंबर भी शामिल था और मैसेज में उसे 'vahanparivahann.apk' नाम के एक ऐप को इंस्टॉल कर जुर्माना भरने के लिए कहा गया था। युवक ने सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया, लेकिन भुगतान ऐप के माध्यम से नहीं हो पाया। एक हफ्ते बाद उसके क्रेडिट कार्ड से 3 लाख रुपये के 31 फर्जी लेन-देन हुए। असल में युवक ने जो ऐप इंस्टॉल किया था, वह नकली था और साइबर ठगों ने वह फर्जी ई-चालान भेजा था।

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ई-चालान स्कैम क्या है?

ई-चालान स्कैम एक तरह की ऑनलाइन धोखाधड़ी है। इसमें साइबर ठग वाहन मालिकों को निशाना बनाते हैं। इसके लिए साइबर ठग फर्जी ई-चालान का एक मैसेज भेजते हैं। इस मैसेज में लिखा होता है कि आपने ट्रैफिक रूल्स का उल्लंघन किया है। इसलिए आप पर जुर्माना लगाया गया है। मैसेज में जुर्माना भरने के लिए एक वेबसाइट का लिंक दिया होता है।

जब कोई व्यक्ति इस लिंक पर क्लिक करता है तो फर्जी वेबसाइट खुल जाती है। जिसके बाद व्यक्ति की पर्सनल और फाइनेंशियल जानकारी हैक हो जाती है। इस तरह कोई भी इस स्कैम का शिकार बन सकता है।

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ई-चालान फ्रॉड से कैसे बचा जा सकता है?

ई-चालान फ्रॉड से बचने के लिए साइबर पुलिस ने वाहन मालिकों को जल्दबाजी में भुगतान न करने की सलाह दी है। वाहन मालिकों को सबसे पहले ऑफिशियल साइट पर जाकर चालान की प्रामाणिकता की पहचान करनी चाहिए। ऑफिशियल साइट पर वाहन नंबर और ड्राइविंग लाइसेंस नंबर दर्ज करके जांच करनी चाहिए।

किसी भी अनजान मैसेज में आए लिंक पर क्लिक न करें

साइबर ठग अक्सर SMS, Whatsapp या ई-मेल के जरिए फर्जी ई-चालान का मैसेज भेजते हैं। अगर आपको कोई ऐसा मैसेज मिलता है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि आपने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया है तो इस तरह के मैसेज में दिए किसी भी लिंक पर तुरंत क्लिक न करें।

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मैसेज की पुष्टि जरूर करें

ई-चालान का मैसेज सही है या नहीं, यह जानने के लिए ट्रैफिक पुलिस की वेबसाइट देख सकते हैं। इसके अलावा मैसेज की पुष्टि के लिए सीधे ट्रैफिक पुलिस विभाग से भी संपर्क कर सकते हैं।

फर्जी वेबसाइटों पर जुर्माना न भरें

अगर किसी फर्जी ई-चालान मैसेज के लिंक पर क्लिक करते हैं और वह लिंक आपको एक ऐसी वेबसाइट पर लेकर जाता है, जहां आप जुर्माना भर सकते हैं। तो इस तरह के लिंक पर कोई भी पर्सनल या फाइनेंशियल जानकारी शेयर न करें। इस तरह की वेबसाइट को तुरंत बंद करें और स्थानीय ट्रैफिक पुलिस से संपर्क करें।

जल्दबाजी न दिखाएं

साइबर ठग अक्सर कानूनी कार्रवाई या जुर्माने की धमकी देते हैं। साइबर ठग कई बार ऑफर या डिस्काउंट का लालच भी देते हैं। अगर आपको ऐसा कोई मैसेज मिलता है, जिसमें जल्द-से-जल्द भुगतान की मांग की जाती है तो सावधान रहें। सरकारी चालान की भाषा न दबाव वाली होती है, न लालच वाली। सरकारी चालान में डिस्काउंट का भी कोई ऑफर नहीं होता।