आंदोलन के दौरान शंभू बॉर्डर पर किसान की हार्ट अटैक से मौत, किसान पर था 3 लाख रुपए का कर्ज
आंदोलन के दौरान शंभू बॉर्डर पर किसान की हार्ट अटैक से मौत, किसान पर था 3 लाख रुपए का कर्ज
Farmer death: किसान आंदोलन के दौरान एक किसान की मौत की खबर सामने आयी है। हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर गुरदासपुर के किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
किसान पर था 3 लाख रुपए का कर्ज
ज्ञान सिंह चाचौकी गांव के रहने वाले थे। उन पर बैंक का 3 लाख का कर्ज था। इसी कर्ज की माफी के लिए वह आंदोलन में शामिल हुए थे। 14 फरवरी को शंभू बॉर्डर पर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि ज्ञान सिंह को दिल का दौरा पड़ा था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
किसान की शहादत पर भाई को नाज़
ज्ञान सिंह के भाई जोगिंदर सिंह ने बताया कि 11 फरवरी को उसका भाई किसान मजदूर संघर्ष कमेटी जोन बाबा नामदेव जी के जत्थे के साथ किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए शंभू बॉर्डर पर गया था। वहीं उसे 14 फरवरी को हार्ट अटैक आया। उन्हें अपने भाई की शहादत पर मान है, क्योंकि उन्होंने किसानी संघर्ष में किसानों के लिए अपनी जान गंवाई है।
भतीजे के साथ रहते था म़ृतक किसान
जोगिंदर सिंह ने बताया कि वह 3 भाई हैं। ज्ञान सिंह उनके बड़े भाई सलविंदर सिंह के घर ही रहता था। शादी के कुछ समय बाद ही ज्ञान सिंह की पत्नी की मौत हो गई थी। उसे कोई बच्चा नहीं हुआ था। इसके बाद ज्ञान सिंह ने दूसरी शादी नहीं की। बड़े भाई सलविंदर सिंह की मौत के बाद वह अपने भतीजे के पास रहने लगा था।
पिछले आंदोलन में भी हुए थे शामिल
ज्ञान सिंह लंबे समय से किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के साथ जुड़े हुए थे। साल 2020 में हुए किसान आंदोलन में भी वह शामिल हुए थे। तीनों भाइयों की थोड़ी सी जमीन है, जिस पर वह खेती करते हैं। उनके सिर पर कर्ज भी है, इसलिए उन्होंने मांग की है कि उनका सारा कर्जा माफ किया जाए।
सोते समय तबीयत बिगड़ी
मृतक किसान ज्ञान सिंह के भतीजे जगदीश सिंह ने बताया कि शंभू बॉर्डर से करीब एक किमी दूर उसके चाचा 5 और किसानों के साथ ट्रॉली में सो रहे थे। शुक्रवार तड़के 3 बजे उनकी तबीयत बिगड़ी। हमने शंभू पुलिस स्टेशन पर खड़ी एंबुलेंस मंगवाई और उन्हें राजपुरा के सिविल अस्पताल ले गए। वहां से उन्हें राजिंद्रा अस्पताल पटियाला रेफर कर दिया गया। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। एंबुलेंस में भी उन्हें ऑक्सीजन दी गई। सुबह 5 बजे हम अस्पताल पहुंच गए। हालांकि सुबह पौने 8 बजे उनकी मौत हो गई।
जल्द गांव आएगा शव
गांव चाचौकी के सरपंच जगदीश सिंह ने बताया कि मृतक किसान का शव जल्द ही उसके गांव भेजा जाएगा। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के पंजाब प्रधान सरवण सिंह पंधेर इस मामले पर आगे की कार्रवाई करेंगे।
DC बोले- हार्ट अटैक से मौत हुई
पटियाला के DC शौकत अहमद पर्रे ने मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि मेडिकल रिकॉर्ड के मुताबिक किसान की हार्ट अटैक से मौत हुई है।