ज्यादा समय तक AC की हवा आपके लिए हो सकती है हानिकारक: जानें कैसे बरतें सावधानी
Ac problem: गर्मियों में बिना एसी के रहना कई लोगों के लिए बड़ी परेशानी बन जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लंबे समय तक AC में रहने से आपको सेहत से जुड़ी कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है एसी
एसी की वजह से सांस लेने में दिक्कत, जोड़ों में दर्द या स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। ऐसे में AC को उपयोग करते समय बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। AC घर के अंदर की हवा से नमी को कम कर देती है। लंबे समय तक AC में रहने से डिहाइड्रेशन, ड्राई स्किन और सांस लेने में परेशानी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में AC में बहुत ज्यादा देर रहने से बचना चाहिए।
सही तरीके से करे एसी का इस्तेमाल
AC की हवा उतनी बुरी नहीं है। लेकिन गलत तरीके से AC को जब लोग इस्तेमाल करते हैं तो परेशानियां बढ़ जाती हैं। ऐसे में AC से होने वाली बीमारियों से खुद को बचाने के लिए सबसे पहले अपने घर या ऑफिस में मौजूद हर तरह की गंदगी को साफ करें। इसके बाद इन टिप्स को अपना सकते हैं।
नियमित AC की मेंटेनेंस कराना जरूरी
AC की नियमित साफ-सफाई कराना बेहद जरूरी है, गर्मी के सीजन से पहले पूरी तरह से सफाई और फिल्टर को जरूर चेक कराएं। गंदे एयर फिल्टर से इनडोर हवा की क्वालिटी खराब हो सकती है, जिससे सांस लेने में परेशानी, एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। साल में कम से कम एक बार AC की सर्विस जरूर करानी चाहिए।
AC नॉर्मल टेम्परेचर पर सेट करें
अपनी AC के थर्मोस्टेट को नॉर्मल टेम्परेचर पर सेट करें और इसे बहुत कम करने से बचें। इससे न केवल शारीरिक परेशानियों को बहुत हद तक कम किया जा सकता है, बल्कि बिजली की बचत भी होगी। इसके अलावा, AC के ठीक सामने बैठने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
बच्चों को ज्यादा एसी में रखने से हो सकता है अस्थमा
द इंटरनेशनल स्टडी ऑफ अस्थमा एंड एलर्जीज इन चाइल्डहुड(ISAAC) ने बच्चों को लेकर एक स्टडी की। इस स्टडी के मुताबिक जो बच्चे हमेशा घर के अंदर और AC में रहते हैं, उनमें अस्थमा होने का खतरा ज्यादा होता है। जबकि जो बच्चे बचपन से मिट्टी में खेलते-कूदते हैं। बाहर घूमते-फिरते रहते हैं, उनमें अस्थमा की शिकायत कम देखी गई है। क्योंकि मिट्टी में खेलने वाले बच्चों का शरीर अपने आप को वातावरण के अनुरूप ढाल लेता है। जबकि AC में रहने वाले बच्चे जब धूल में निकलते हैं तो उनका शरीर धूल के कणों के साथ एडजस्ट नहीं कर पाता है।