जरूरत की खबर: सेहत के लिए स्लो पॉइजन से कम नहीं जंक फूड, खानें से पहले पढ़ें ये खबर
Junk food:हमें अक्सर सुनने को मिलता है कि जंकफूड सेहत के लिए हानिकारक है लेकिन फिर भी हम बड़े स्वाद से जंकफूड खाते है। अब एक स्टडी रिपोर्ट को जानने के बाद शायद आप पीजा बर्गर खाने से पहले सोचेंगे जरुरी।
बच्चे हो रहे मोटापे का शिकार
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल 'द लांसेट' में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक, भारत में सिर्फ साल 2022 के आंकड़े देखें तो लगभग 1.25 करोड़ बच्चे और किशोर मोटापे का शिकार बने थे। इस स्टडी के केंद्र में सिर्फ बच्चे थे, जबकि युवा भी जंकफूड की लत से जूझ रहे हैं। नतीजतन मोटापा, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। इससे हार्ट डिजीज बढ़ रही हैं, WHO के मुताबिक दुनिया में सबसे अधिक मौतें हार्ट डिजीज के चलते हो रही हैं। इसके पीछे बड़ी वजह जंकफूड ही हैं।
कैसे पड़ती है जंक फूड की लत ?
जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टिट्यूट फॉर मेटाबॉलिज्म रिसर्च की एक स्टडी के मुताबिक जंकफूड से हमें कार्ब्स और फैट एक साथ मिल जाते हैं, जो हमारे दिमाग को भे जाने वाले सिग्नल की जगह रिवॉर्ड सिस्टम एक्टिवेट कर देते हैं। इससे खाने का आनंद कई गुना बढ़ जाता है, फिर हमारा दिमाग इसे बार-बार खाने की जिद करता है। जंकफूड की लत लगने के पीछे की वजहों को कई टुकड़ों में बांटकर देखा गया तो इसके कई और कारण सामने आए।
बढ़ रही दिल से जुड़ी बीमारियां
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की एक स्टडी के मुताबिक हार्ट डिजीज के बढ़ते मामलों के पीछे फास्ट फूड, शराब और सिगरेट बड़े कारण हैं। जंकफूड कार्बोहाइड्रेट का जखीरा होते हैं। एक साथ ज्यादा कार्बोहाइड्रेट आपके ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है। मेडिकल जर्नल अमेरिकन जर्नल ऑफ लाइफस्टाइल मेडिसिन में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक कार्ब्स के कारण ही जंकफूड खाने से इंसुलिन लेवल अचानक से बढ़ सकता है। ब्लड में शुगर लेवल का इतनी तेजी से बढ़ना दिल को मुसीबत में डाल सकता है।
फास्ट फूड में ढेर सारा सॉल्ट होता है, जो सोडियम की अधिक मात्रा के चलते होता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिसर्च में दावा किया गया है कि इससे धमनियों पर बुरा असर पड़ता है। ये सिकुड़ने लगती हैं, इससे ब्लड सर्कुलेशन में समस्या का सामना करना पड़ता है। यह ब्लड प्रेशर बढ़ा देता है और स्ट्रोक का भी कारण बन सकता है।
जंकफूड का ट्रांस फैट और शुगर मेमोरी पॉवर को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। इससे निर्ण लेने की क्षमता पर भी बुरा असर पड़ता है। कई स्टडीज के मुताबिक अगर इसका लंबे समय तक सेवन किया जाए तो डिमेंशिया होने का भी खतरा हो सकता है।
डिप्रेशन और एंग्जायटी डर
हेल्थ जर्नल लिव वेल डोरसेट में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक जंकफूड का असर आपके मूड पर भी पड़ता है। इसके मुताबिक जो लोग ज्यादा तला-भुना या पैकेज्ड फूड का सेवन करते हैं उन्हें डिप्रेशन और एंग्याजायटी का खतरा भी अधिक होता है।