हरियाणा में 18 अप्रैल के बाद बदलेगा मौसम: 5 जिलों में जारी यलो अलर्ट: 4 डिग्री गिरा तापमान
5 जिलों में जारी येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने चंडीगढ़ सहित 5 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गरज-चमक के साथ बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के साथ कुछ स्थानों में ओले गिरने के भी आसार हैं। मौसम में होने वाले इस बदलाव से दिन के तापमान में हल्की गिरावट रहने, लेकिन रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
17 जिलों में खराब रहेगा मौसम
जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है उनमें चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र शामिल हैं। 19 अप्रैल को हरियाणा के 17 जिलों में मौसम खराब रहेगा। उत्तर के जिलों के साथ दक्षिण और दक्षिण पूर्व के जिलों में मौसम खराब रहेगा।
2 दिन में 4 डिग्री गिरा तापमान
हरियाणा में दो दिन मौसम खराब रहने के कारण दिन के तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट आई है। दिन का अधिकतम तापमान 37 डिग्री के करीब स्थिर बना हुआ है। 24 घंटे के आंकड़ों के हिसाब से मेवात का अधिकतम तापमान 37.6 दर्ज किया गया, जो अन्य जिलों में सबसे ज्यादा रहा। अंबाला और भिवानी ऐसे जिले रहे, जहां दिन का तापमान 32.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। रात में भी कुछ ऐसे ही हालात हैं, हल्की हवाओं के चलने के कारण रात में भी लोगों को सर्दी का एहसास हुआ।
8 जिलों में हुई बारिश
हरियाणा में दो दिन मौसम खराब रहने के कारण 8 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। सिरसा में बूंदाबांदी, सोनीपत में मध्यम बारिश, पानीपत में 5 एमएम, अंबाला में भी हल्की बारिश हुई। इसके अलावा जींद में बूंदाबांदी, रेवाड़ी में औसत 4 एमएम, गुरुग्राम में भी बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश महेंद्रगढ़ में हुई, यहां नौ एमएम के करीब बारिश रिकॉर्ड की गई। हालांकि बादलों के छाने के कारण रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिली।
किसानों के लिए सेकेंड अलर्ट
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि तीन दिन मौसम खराब रहने के बाद अब फिर से बदलाव आने से सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि क्योंकि खेतों में इस समय गेहूं की फसल सूखी खड़ी हुई है। हरियाणा में 20 अप्रैल के बाद गेहूं की कटाई में तेजी आएगी। इसको देखते हुए मौसम विभाग की ओर से किसानों को भी अलर्ट किया गया है। कहा गया है कि जहां तक संभव हो वहां तक सूखी हुई फसलों की कटाई कर सुरक्षित कर लें।
क्यों देरी से काटा जा रहा गेहूं ?
इस साल लंबे समय तक ठंड मौसम रहने की वजह से हरियाणा में गेहूं कटाई में देरी हो रही है।हालांकि, राज्य में 1 अप्रैल से ही गेहूं की खरीद शुरू हो गई है, लेकिन इसके बावजूद भी कई मंडियों में अभी तक गेहूं के एक भी दाने की आवक नहीं हुई है। कई मंडियों में तो सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं, कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि 20 अप्रैल के बाद कटाई में तेजी आने की संभावना है। उनके मुताबिक, गर्मी शुरू होने में देरी से गेहूं की पैदावार 5 से 10 फीसदी तक बढ़ सकती है।