मां की मौत का सदमा, फिर भी बनाए रखा UPSC पर फोकस, जानें विभांशु के संघर्ष की कहानी
Upsc: हरियाणा में अपने मामा के घर रहकर पढ़ाई करने वाले विभांशु ने आखिरकार वो मुकाम हासिल कर ही लिया जिसके वो हकदार थे। विभांशु मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। फिलहाल वह अपने मामा राजीव के घर पुरी प्राणायाम सोसाइटी में रहकर एग्जाम की तैयारी कर रहे थे। विभांशु के पिता धनंजय राय किसान हैं। पिछले साल मेंस एग्जाम की तैयारी करते हुए विभांशु की मां बिमला राय की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। मां के देहांत के एक महीने बाद ही विभांशु का एग्जाम था। विभांशु ने घर की परिस्थितियों के सामने घुटने नहीं टेके और एग्जाम दिया। 4 बार परीक्षा में असफल रहने के बाद 5वीं बार में एग्जाम पास किया।
विभांशु का कहना है कि जब एग्जाम के बाद रिजल्ट आने पर जब नो फाउंड आता है तो तैयारी करने वाला स्टूडेंट पूरी तरह से टूट जाता है। उस समय घर वाले ही उसको मोटिवेट करके दोबारा एग्जाम देने के लिए तैयार करते हैं।
ग्रेजुएशन तक नहीं पता था IAS क्या है?
विभांशु का कहना है कि पूरे साल कमर तोड़ पढ़ाई करने के बाद वह इस मुकाम तक पहुंचे हैं। इसमें उनके परिवारवालों का बहुत सहयोग रहा है। उन्होंने अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए कहा कि साल 2018 में उन्होंने ग्रेजुएशन की थी। तब उन्हें नहीं पता था कि IAS क्या होता है। इसी दौरान कुछ और लोगों से उन्हें प्रेरणा मिली और उन्होंने भी यह पढ़ाई शुरू कर दी।
पढ़ाई छोड़ने का निर्णय लिया, परिवार ने मोटिवेट किया
विभांशु ने कहा कि पहले भी UPSC का पेपर दिया था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। कई बार ऐसा समय भी आया कि अंदर से बिल्कुल टूट गया और पढ़ाई छोड़ने तक का निर्णय ले लिया। उनके परिवार वालों ने इस असमंजस की घड़ी में उन्हें मोटिवेट किया और वह दोबारा से अपने लक्ष्य की ओर निकल पड़े।
बुआ के घर भी रह चुके
विभांशु ने कहा कि मामा के घर रहने से पहले वह अपनी बुआ के घर रहते थे। इसके बाद ही वह अपने मामा राजीव के घर आ गए। यहां रहकर उन्होंने UPSC का एग्जाम दिया, जिसके बाद वे 4 बार असफल हुए और 5वें प्रयास में एग्जाम क्रैक किया।