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100 करोड़ का सहकारिता घोटाला मामला:पुलिस गिरफ्त से दूर मास्टरमाइंड, विदेश भागने का शक

 
sahkarita ghotala

Sahkarita ghotala: हरियाणा के 100 करोड़ घोटाले का मास्टरमाइंड अभी भी पुलिस के शिकंजे से दूर है। सहकारिता घोटाले का मास्टरमाइंड नरेश गोयल अंडरग्राउंड हो गया है। विभाग की एकीकृत सहकारी विकास परियोजना (ICDP) के नोडल अधिकारी के रूप में हरको बैंक के MD नरेश गोयल के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को विदेश भाग जाने का शक है।

अलर्ट मोड में ACB

इसको देखते हुए ACB अलर्ट मोड में आ गई है, पिछले 6 दिनों से ACB की टीम उसके पंचकूला और चंडीगढ़ के संभावित ठिकानों पर दबिश दे चुकी है, लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

हालांकि, ACB के सूत्रों का कहना है कि गोयल की गिरफ्तारी के बाद इस घोटाले की पूरी असलियत सामने आएगी। संभावना है कि इस घोटाले में कुछ सफेदपोश के भी चेहरे उजागर हों।

ACB के गुरुग्राम में दर्ज FIR में असिस्टेंट रजिस्ट्रार अनु कौशिश सहित अन्य लोगों के खिलाफ कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है। नरेश गोयल के अलावा इस 100 करोड़ के घोटाले की मास्टरमाइंड असिस्टेंट रजिस्ट्रार अनु कौशिश और बिजनेसमैन स्टालिनजीत सिंह को ACB बता रही है। इन्होंने ही फेक बिल और फर्जी कंपनियों के नाम पर सरकारी पैसे को ठिकाने लगाया।

देश से विदेश पहुंचा सारा पैसा

साथ ही अपने बैंक अकाउंट का पैसा हवाला के जरिए दुबई और कनाडा तक पहुंचाया। ये दोनों भी विदेश भागने की फिराक में थे, लेकिन ACB को इसकी भनक लग गई और दोनों को गिरफ्तार कर लिया था।

सरकार दे चुकी 17-A की मंजूरी

राज्य सरकार की ओर से हाल ही में इस योजना के नोडल अधिकारी नरेश गोयल के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो को 17-A के तहत जांच की मंजूरी दी है। ACB ने इस घोटाले में दर्ज FIR में शामिल करने के लिए दिसंबर 2023 में गोयल के खिलाफ 17-A की मंजूरी मांगी थी। हालांकि जब मंजूरी में देरी हुई तो ACB को फिर से मुख्य सचिव ऑफिस को रिमाइंडर लेटर लिखना पड़ा।

इस पर सीएस ऑफिस की ओर से और दस्तावेज मांगे गए, लेकिन जब सूबे में मुखिया बदला तो फिर मंजूरी आसानी से मिल गई।