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चेयरमैनी से इस्तीफे के बाद कांग्रेस ज्वाइन करेंगे रणधीर सिंह: पिता ईश्वर सिंह हैं JJP के बागी MLA

 
रणधीर सिंह

Randheer singh: हरियाणा के रणधीर सिंह ने डेयरी डेवलपमेंट कोआपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने के साथ ही जननायक जनता पार्टी (JJP) को भी अलविदा कह दिया। रणधीर सिंह जजपा से गुहला विधायक ईश्वर सिंह के बेटे हैं। अब चर्चा है कि वह जल्द ही अपने पिता के साथ कांग्रेस पार्टी जॉइन करेंगे।

​​ईश्वर सिंह

कांग्रेस कर सकतें हैं ज्वाइन

ईश्वर सिंह के कांग्रेस में कुमारी सैलजा से अच्छे राजनीतिक संबंध हैं, वह उन्हीं के नेतृत्व में कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद रणधीर सिंह के पिता ईश्वर सिंह जजपा से पहले ही बागी हो चुके हैं।रणधीर का कार्यकाल 6 महीने यानी अक्टूबर तक बचा था।

उन्हें करीब ढाई साल पहले चेयरमैन नियुक्त किया गया था। वहीं जजपा के दूसरे चेयरमैन पवन खरखौदा व अन्य के भी जल्द इस्तीफा देने की चर्चाएं हैं।

क्यों दिया चेयरमैनी से इस्तीफा

करीब एक महीने पहले लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर जजपा का भाजपा का गठबंधन टूट चुका है। इसके बाद अब भाजपा ने जजपा कोटे के सभी चेयरमैन और लॉ ऑफिसरों से इस्तीफा मांग लिया है।

इसी के तहत ईश्वर सिंह के बेटे रणधीर सिंह से भी इस्तीफा मांगा गया था, उन्होंने मंगलवार को हरियाणा डेयरी डेवलेपमेंट कोआपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन पद से मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

इसके साथ ही उन्होंने जजपा की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। अब रणधीर सिंह पिता के क्षेत्र गुहला से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में है। उनकी पत्नी भी गुहला नगर पालिका की अध्यक्ष हैं।

भाजपा से नहीं बन पाई बात

जजपा से मोहभंग होने के बाद विधायक ईश्वर सिंह लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा जॉइन करना चाहते थे, लेकिन भाजपा ने उनके लिए रास्ते बंद कर दिए। कारण यह रहा कि भाजपा ज्वाइनिंग के दौरान उनके द्वारा बेटे और खुद के लिए विधानसभा चुनाव में टिकट की मांग की गई थी, लेकिन भाजपा नेताओं ने उनकी शर्तों को मानने के लिए स्पष्ट मना कर दिया, जिसके बाद अब वह कांग्रेस ज्वॉइन करने की तैयारी कर रहे हैं।

घर वापसी करेंगे ईश्वर सिंह

भाजपा से मना होने के बाद अब वह जल्द ही पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा की अगुवाई में कांग्रेस पार्टी का दामन थामेंगे। ईश्वर सिंह पहली बार 1977 में कांग्रेस से विधायक बने थे। उसके बाद कुमारी सैलजा के आशीर्वाद से राज्यसभा सांसद बने और फिर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में सदस्य बने थे।

वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने से ईश्वर सिंह ने कांग्रेस छोडक़र जजपा से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की। ईश्वर सिंह के परिवार से सबसे पहले रणधीर सिंह अगले कुछ दिनों कुमारी सैलजा की अगुवाई में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे।

रणधीर सिंह पिता के क्षेत्र गुहला से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में है। उनकी पत्नी भी गुहला नगर पालिका की अध्यक्ष हैं। वहीं ईश्वर सिंह विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में शामिल होंगे।