हरियाणा में HTET की मान्यता पर उठे सवाल, PGT भर्ती के आवेदन में युवाओं के सामने क्या आई परेशानी ?
Yuva Haryana : हरियाणा में अध्यापकों की भर्ती के लिए अनिवार्य की गई हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (Haryana Teacher Eligibility Test) की मान्यता पर सवाल खड़े हो गए है। ये सावल सरकार द्वारा हाल ही में निकाली गई पीजीटी की भर्ती के बाद उठे है।
दरअसल, जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि युवाओं के हितों को देखते हुए हरियाणा सरकार केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) और यूजीसी नेट की तर्ज पर हरियाणा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (एचटीईटी) की मान्यता अवधि को ताउम्र करें।
उन्होंने कहा कि हाल ही में हरियाणा लोक सेवा आयोग ने पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) के 3069 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है, लेकिन इसके आवेदन के लिए युवाओं को एचटैट की मान्यता की अवधि कम होने के कारण परेशानी आ रही है।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि पीजीटी की नई भर्ती के आवेदन के लिए सरकार ने एचटैट में सात साल की मान्यता की शर्त रखी है, जो कि प्रदेश में टीचर बनने का सपने देख रहे युवाओं के हित में नहीं है।
उन्होंने कहा कि ना तो बहुत सारे विषयों की साल 2015 के बाद भर्तियां निकली है और ना ही कोरोना वायरस के कारण सरकार एचटैट की परीक्षा नियमित रूप से करवा पाई है, ऐसे में एचटेट की सात साल की मान्यता कतई उचित नहीं है।
दिग्विजय ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार एचटैट की मान्यता अवधि 10 साल या पूरी उम्र तक करती है तो पीजीटी की नई भर्ती के लिए सभी अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि सीटेट और टीचर भर्ती की सबसे बड़ी परीक्षा यूजीसी नेट की मान्यता आजीवन रहती है, ऐसे में हरियाणा सरकार को एचटैट को लाइफटाइम के लिए वैलिड कर देना चाहिए।