नूंह: डाकघऱ में आम आदमी की जमा पूंजी के साथ खिलवाड़, पुलिस गिरफ्त में आरोपी पति पत्नी
पति पत्नी ने मिलकर किया फर्जीवाड़ा
अंशु कालड़ा को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस नूंह लेकर पहुंची और फिर कोर्ट में पेश किया। वहीं कोर्ट ने अंशु कालड़ा को तीन दिन पुलिस रिमांड पर भेज दिया। नूंह डाकघर में किए गए घोटाले में दोनों का हाथ है। नूंह डाकघर में पवन कालड़ा एफडी का एजेंट था तो उसकी पत्नी अंशु कालड़ा आरडी की एजेंट थी। इन दोनों एजेंट के द्वारा फर्जी तरीके से लोगों की करोड़ों रुपए की जमापूंजी को निकाला गया था। जब लोगों को भनक लगी तो डाकघर में जाकर जांच पड़ताल की तो फर्जीवाड़े की सच्चाई का पता चला। इसके बाद पवन कालड़ा परिवार सहित फरार हो गया तो पीड़ितों ने मुकदमा दर्ज कराया।
3 दिन की रिमांड पर आरोपी पत्नी
पुलिस ने मामले पर कार्रवाई करते 10 अप्रैल को आरोपी पवन कालड़ा को गिरफ्तार कर लिया। 4 दिन पुलिस रिमांड के बाद पवन कालड़ा को फिर से तीन दिन पुलिस रिमांड पर भेजने के बाद पत्नी अंशु को भी मामले में संलिप्त होने पर गिरफ्तार कर लिया। केस के जांच अधिकारी एसआई जुगल किशोर ने कहा कि पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है। आरोपी पवन कालड़ा की पत्नी अंशु कालड़ा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करते हुए 3 दिन पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
जागरुकता से बचाव किया जा सकता है।
लोगों को इस तरह के एजेंटों से बचने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है। एजेंट से जमा पूंजी का समय-समय पर हिसाब लेना चाहिए। डाकघर जाकर भी जमा रकम की तसल्ली करनी चाहिए। लोग थोड़ा जागरूक बनकर इस तरह की ठगी से बच सकते हैं। ऐसे एजेंट लोगों को अपनापन दिखाकर भरोसा जीतकर ठगी करते हैं।