Kisan andolan: किसान आंदोलन 2024, हरियाणा के बॉर्डर वाले क्षेत्रों में धारा 144 लागू, 4 हाईवे बंद, रूट डायवर्ट, पुलिस को दी जा रही स्पेशल ट्रेनिंग
Kisan andolan: किसान आंदोलन को देखते हुए पुलिस द्वारा किसान नेताओं के घरों में दबिश देने का मामला सामने आया है। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और किसान मजदूर मोर्चा समेत 26 किसान संगठन 13 फरवरी को दिल्ली कूच करेंगे।
किसान नेताओं को नजरबंद करने के लिए दबिश
पंजाब के किसान 10 हजार ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर दिल्ली जाने के लिए हरियाणा में दाखिल होंगे। इसके लिए शंभू बॉर्डर, डबवाली और खनौरी बॉर्डर को चुना गया है।
इसे देखते हुए हरियाणा में किसान नेताओं की धरपकड़ शुरू हो गई है। पुलिस नेताओं को नजरबंद करने के लिए उनके घर दबिश दे रही है।
अंबाला में धारा 144 लागू
पंजाब के किसानों को हरियाणा के रास्ते दिल्ली जाने से रोकने के लिए अंबाला में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं शंभू बॉर्डर के पास पहले ही सीमेंट की बैरिकेडिंग और कंटीली तारें लगा दी गई हैं। अब प्रशासन ने यहां आज शनिवार से घग्गर नदी के ऊपर बने ब्रिज को भी बंद कर दिया है। अंबाला डीसी डॉ. शालिन व एसपी जशनदीप सिंह रंधावा लगातार अधिकारियों से मीटिंग कर स्थिति को रिव्यू कर रहे हैं।
किसानों को रोकने के लिए 150 जगह नाके
सोनीपत, झज्जर के बाद पंचकूला में भी धारा 144 लगा दी गई है। पंजाब से चंडीगढ़ होते हुए किसान पंचकूला के रास्ते भी दिल्ली जाने के लिए हरियाणा में एंट्री कर सकते हैं। राज्य में किसानों को रोकने के लिए करीब 150 नाके लगाए गए हैं।
किसानों को रोकने के लिए विशेष ट्रेनिंग
किसानों के 13 फरवरी को 13 फरवरी को दिल्ली कूच के ऐलान के बाद से ही पुलिस जवानों को हर स्थिति से निपटने के लिए पिछले 25 दिनों से विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। किसानों के 13 फरवरी को 13 फरवरी को दिल्ली कूच के ऐलान के बाद से ही पुलिस जवानों को हर स्थिति से निपटने के लिए पिछले 25 दिनों से विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है।
सोशल मीडिया पर देखें रुट डायवर्ट
प्रशासन द्वारा जग्गी सिटी सेंटर के सामने चंडीगढ़ की तरफ से रास्ते को डायवर्ट किया जाएगा। लोगों को पंजाब जाने से बचने की सलाह दी गई है। स्थिति बिगड़ी तो आने वाले दिनों में अंबाला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-152, अंबाला-हिसार नेशनल हाईवे एनएच-65, पानीपत-जालंधर नेशनल हाईवे-44 व अंबाला-काला अंब नेशनल हाईवे 344 को भी बंद किया जा सकता है।
फुल बॉडी प्रोटेक्टर गेयर सूट से लैस होंगे जवान
किसान आंदोलन से निपटने के लिए पुलिस की स्पेशल टुकड़ियों को आगे करने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा पर भी ध्यान दिया गया है। जवानों के लिए फुल बॉडी प्रोटेक्टर गेयर सूट मंगवाए गए हैं, जिन्हें पहनने के बाद न तो जवानों पर लाठी, डंडों का असर होगा और न ही धक्का-मुक्की व पत्थर बाजी का।
विशेष बचाव सूट
इस सूट में सामान्य से काफी मजबूत हेलमेट है, जिसमें आगे शीशा नहीं, बल्कि लोहे की मजबूत जाली है। ये सूट छाती, हाथों, टांगों, बाजू, पेट, पीठ पूरी तरह से कवर करेगा। मुलाजिमों की सहूलियत के लिए सूट का काफी लाइट वेट रखा है, ताकि वह आसानी से दौड़ लगा सके।
करनाल से मंगवाए ड्रोन से रखी जाएगी निगरानी
पुलिस ड्रोन से शंभू बॉर्डर पर नजर रखेगी। यह ड्रोन सामान्य से काफी बढ़ा है और इस पर बरसात का भी कोई असर नहीं रहेगा। ड्रोन करनाल से मंगवाया गया है। लगभग 1 घंटे तक बिना नीचे उतारे इससे वीडियोग्राफी की जा सकती है। जैसे ही बैटरी कम होती है तो ड्रोन अपने आप ही नीचे आ जाएगा। पुलिस लाइन मैदान में इस ड्रोन को पायलट पवन कुमार व उसकी टीम ने चलाकर देखा।
मल्टी बैरल लांचर गन से लैस नई गाड़ियां
पुलिस ने मल्टी बैरल लांचर गन से लैस नई गाड़ियां शामिल की गई हैं। किसान आंदोलन के लिए 4 गाड़ियां तैनात रहेंगी। एक गाड़ी पर लगी गन से करीब आधा दर्जन आंसू गैस के गोले छोड़े जा सकते हैं। अंबाला के अलावा इसमें पंचकूला की गाड़ियों को भी शामिल किया है। नई गाड़ियों में न केवल गन है,बल्कि पीछे केबिन भी हुआ है, ताकि अधिक जवानों को बैठाकर आगे तक ले जा सके।
आपात स्थिति से निपटने के लिए तैनात होंगी टुकड़ी
आपात स्थिति से निपटने व कानून व्यवस्था बनाने के लिए अंबाला में गठित चारों कंपनियों एल्फा, बरेवो, चार्ली व डेल्टा का गठन किया गया है। चारों कंपनियों में से प्रत्येक कंपनी में 107-107 कुल 428 जवानों के साथ-साथ दूसरे राज्यों से अर्ध सैनिकों बलों की 12 टुकड़ियां बुलाई गई हैं, जिनमें 850 जवान होंगे।