Haryana : लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों ने कितना किया खर्चा ? सामने आया यह आंकड़ा, पढ़िए
Yuva Haryana : निष्पक्षता कायम रखने के लिए चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने सभी उम्मीदवार के लिए खर्च की सीमा तय कर रखी है।
चुनाव आयोग के नियम के अनुसार हर प्रत्याशी को नामांकन के बाद से खर्च का हिसाब रखना पड़ता है। चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद प्रत्याशियों को अपना खर्च का पूरा ब्योरा आयोग को देना होता है।
हरियाणा में लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों ने दिल खोलकर पैसा खर्च किया है। एक प्रमुख समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार लोकसभा चुनाव में सिरसा से कांग्रेस की सांसद बनी कुमारी सैलजा ने सबसे ज्यादा 90 लाख 53 हजार 257 रुपए चुनाव खर्च किए है।
किसका कितना खर्चा ?
सिरसा
कुमारी सैलजा (कांग्रेस) - 90,53257
अशोक तंवर (बीजेपी) - 50,82,000
हिसार
रणजीत चौटाला (बीजेपी) - 89,80,306
जय प्रकाश जेपी (कांग्रेस) - 85,34,759
नैना चौटाला (जेजेपी) - 65,11,086
सुनैना चौटाला (आईएनएलडी) - 41,56,878
भिवानी-महेंद्रगढ़
धर्मबीर सिंह (बीजेपी) - 76,61,876
राव दान सिंह (कांग्रेस) - 73,07,169
रोहतक
अरविंद शर्मा (बीजेपी) - 78,39,399
दीपेंद्र हुड्डा (कांग्रेस) - 75,55,323
सोनीपत
सतपाल ब्रह्मचारी (कांग्रेस) - 82,73,024
मोहन बड़ौली (बीजेपी) - 70,00,678
अंबाला
बंतो कटारिया (बीजेपी) - 87,80,000
वरूण चौधरी (कांग्रेस) - 47,41,140
कुरुक्षेत्र
नवीन जिंदल (बीजेपी) - 77,73,194
सुशील गुप्ता (आप) - 55,76,029
अभय चौटाला (इनेलो) - 47,51,212
गुरुग्राम
राव इंद्रजीत (बीजेपी) - 81,15,263
राज बब्बर (कांग्रेस) - 52,63,039
एक माह में खर्चे की जानकारी देना जरूरी
चुनाव आयोग के नियमानुसार लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद प्रत्याशी को एक महीने में खर्च का ब्योरा देना होता है, इसलिए सभी प्रत्याशियों ने यह जानकारी चुनाव कार्यालयों में जमा करवा दी है। इस ब्यौरे को आयोग ने जांच के बाद चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया है।
चुनावी खर्चे की इतनी सीमा
चुनाव आयोग ने हर उम्मीदवार के चुनावी खर्च की सीमा तय कर रखी है। लोकसभा चुनाव में हर उम्मीदवार 95 लाख रुपये तक खर्च कर सकता है। जबकि, विधानसभा चुनाव में ये सीमा 28 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक है।
हालांकि, छोटे राज्यों में यह सीमा थोड़ी कम होती है। इस खर्च में चाय-पानी के खर्च से लेकर बैठकों, जुलूसों, रैलियों, विज्ञापनों, पोस्टर-बैनर और वाहनों का खर्च आदि शामिल होता है।
आपको यह भी बता दें कि हरियाणा में 25 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था। प्रदेश में पांच सीट पर कांग्रेस और पांच ही सीट पर भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। इनमें कांग्रेस के हिसार, सिरसा, अंबाला, रोहतक और सोनीपत से सांसद बने थे। वहीं बीजेपी गुरुग्राम, फरीदाबाद, करनाल, कुरुक्षेत्र, और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से जीती थी।