Yuva Haryana

 हरियाणा कांग्रेस में टिकटों पर बवाल: श्रुति चौधरी ने डिलीट की सोशल मीडिया पोस्ट, कैप्टन को भाए रणबीर-ऋतिक

 
Haryana congress: 
Haryana congress:  भिवानी-महेंद्रगढ़ से टिकट कटने की चर्चाओं के बीच विधायक पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली कि यहां से D नाम का उम्मीदवार हारेगा। इससे चर्चा शुरू हो गई कि श्रुति का निशाना उनके खिलाफ कांग्रेस टिकट के दावेदार राव दान सिंह हैं।

हालांकि बवाल मचते ही श्रुति ने लिखा कि यहां D का मतलब धर्मबीर यानी भाजपा के कैंडिडेट हैं। हालांकि तब तक कांग्रेस के भीतर भी इसको लेकर हंगामा मच गया। जिसके बाद श्रुति चौधरी ने यह पूरी पोस्ट ही डिलीट कर दी।

Haryana congress: 

बवाल गुरुग्राम सीट को लेकर मचा। यहां से टिकट के दावेदार कैप्टन अजय यादव हैं लेकिन राज बब्बर को उम्मीदवार बनाने की चर्चा है। इस पर कैप्टन अजय यादव ने पहली बार चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा है कि राज बब्बर से मुझे तकलीफ नहीं है, हर आदमी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, लेकिन क्या राज बब्बर ने 5 साल गुरुग्राम में पसीना बहाया। टिकट वितरण में देरी से कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। उन्होंने यहां तक कहा कि फिल्म स्टार लाना है कि रणबीर या ऋतिक रोशन को ले आओ।

Haryana congress: 

सीटों को लेकर कांग्रेस में बड़ा पेंच

हरियाणा में लोकसभा टिकटों पर घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के पैनल में 3 सीटें ऐसी हैं, जिन पर एक से अधिक दावेदार हैं। पार्टी के नेता अपने-अपने दावेदारों को टिकट दिलाने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। हालांकि अब टिकट नहीं मिलने के कारण दावेदार भी घर बैठ गए हैं। जिन टिकटों में विवाद हो रहा है उनमें भिवानी-महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम भी है।

भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर किरण चौधरी की बेटी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी भी दावेदार हैं। इनकी टिकट के लिए कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला लगे हुए हैं। वहीं कांग्रेस के विधायक राव दान सिंह के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड़्डा पैरवी कर रहे हैं।

हाल ही में टिकट को लेकर पेंच फंसने के दौरान तोशाम से विधायक किरण चौधरी भी दिल्ली पहुंची थी, जहां उन्होंने सोनिया गांधी से श्रुति की टिकट को लेकर चर्चा की थी। हालांकि वहां से उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला था। जिसके बाद वह अब घर बैठ गई हैं।

Haryana congress: 

7 सीटों के प्रत्याशी घर बैठे

हरियाणा में कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा न करने का असर दिखने लगा है। कांग्रेस राज्य में 9 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एक कुरुक्षेत्र सीट I.N.D.I.A. ब्लॉक के तहत AAP को दी गई है। 9 सीटों में से सिर्फ 2 ही सीटों पर कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार प्रचार कर रहे हैं। इनमें दीपेंद्र हुड्‌डा और कुमारी सैलजा शामिल हैं।

दीपेंद्र हुड्‌डा के रोहतक सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है। वहीं सैलजा की सिरसा सीट से टिकट तय मानी जा रही है, लेकिन अंबाला से भी उनकी दावेदारी है।

बाकी 7 सीटों पर नेता घर बैठकर टिकट की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें अभी भी टेंशन है कि उनके आका टिकट दिला पाएंगे या नहीं, इसी वजह से वह अभी प्रचार में मेहनत और रुपया खर्च करने से बच रहे हैं। हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए 29 अप्रैल से नामांकन शुरू होने हैं। ऐसे में कांग्रेस के पास अब महज 5 ही दिन का वक्त बचा है।

गुटबाजी की वजह से लटकी कांग्रेस की टिकटें

हरियाणा कांग्रेस में अभी 2 गुट चल रहे हैं। इनमें एक गुट पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा का है। जिनकी प्रधान उदयभान के जरिए संगठन पर भी पकड़ है। दूसरा ग्रुप कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला का है। हुड्‌डा ग्रुप ने संगठन के जरिए जो नाम भेजे, उनसे सैलजा-सुरजेवाला सहमत नहीं हुए। इसी वजह से टिकटों में शुरुआती दौर में पेंच फंसा।

सब कमेटी भी मामला नहीं सुलझा पाई

हुड्‌डा और सैलजा-सुरजेवाला के बीच टिकट को लेकर असहमति देख सोनिया गांधी के कहने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सब कमेटी बनाई। जिसमें केसी वेणुगोपाल, मधुसूदन मिस्त्री और सलमान खुर्शीद को रखा गया। इस कमेटी ने मीटिंग बुलाई लेकिन सैलजा-सुरजेवाला उसमें नहीं गए। जिसके बाद उन्होंने रिपोर्ट खड़गे को सौंपी लेकिन अंतिम फैसला फिर भी नहीं हो पाया।

10 दिन में 3 मीटिंग, अब राहुल गांधी की एंट्री

टिकटों के बंटवारे के लिए कांग्रेस चुनाव समिति की 10 दिन में 3 मीटिंग हो चुकी हैं। जिसके बाद 13 लिस्ट जारी हो चुकी हैं लेकिन हरियाणा की टिकटें फंसी हुई हैं। कांग्रेस को डर है कि एक ग्रुप की बात न मानी तो दूसरा नाराज हो सकता है और इससे कांग्रेस को नुकसान होने की संभावना है। इसे देखते हुए अब टिकट बंटवारे में राहुल गांधी की एंट्री हो गई है। राहुल गांधी के फैसले पर दोनों ग्रुपों के सहमत होने के आसार हैं। इसलिए अब वही अंतिम फैसला लेंगे।