शंभू रेलवे स्टेशन पर डटे किसान: 63 ट्रेन रद्द, परेशान यात्री, अब 27 अप्रैल तक का दिया अल्टीमेटम
यात्रियों को झेलनी पड़ रही है परेशानी
किसानों के ट्रैक पर बैठ जाने के कारण यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। रेलवे को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसान आंदोलन के चलते आज भी 63 ट्रेन कैंसिल करनी पड़ी है। यही नहीं, कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट करने पड़े। जिनकी रेलवे की तरफ से लिस्ट भी जारी की है।
एक मई को मजदूर दिवस मनाएंगे किसान
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आंदोलन को 70 से ज्यादा दिन बीत चुके हैं। जब मोर्चे को 100 दिन हो जाएंगे, उस दिन शंभू, खनौरी और डबवाली बॉर्डर पर लाखों की संख्या में किसान एकजुट होंगे। हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और यूपी के किसानों से अभी से तैयारी करने की अपील की है। कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई आशंका होगी तो उस दिन बॉर्डर पर आकर देख लेंगे। पंधेर ने कहा कि 1 मई को बॉर्डर पर मजदूर दिवस मनाया जाएगा।
भाजपा ने हिंदू-मुस्लिम का एजेंडा चलाया
किसान नेता पंधेर ने कहा कि खुला चैलेंज के बाद कोई भी भाजपा नेता किसान भवन चंडीगढ़ में नहीं पहुंचा। भाजपा नेता किसानों के सवालों के जवाब देने से भाग गए। कहा कि भाजपा सरकार विकसित भारत का नारा देकर विकास के एजेंडे से भाग रही है। कहा कि पहले वैष्णो और गैर वैष्णो का एजेंडा चलाया। अब हिंदू और मुस्लिम का एजेंडा चलाया जा रहा है।
नवदीप समेत 3 किसानों की रिहाई की मांग
किसान सरकार से युवा नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा समेत 3 किसानों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में पहले उनकी हरियाणा और पंजाब सरकार से मीटिंग हुई थी, जिसके बाद रिहाई का भरोसा मिला था। जिसके बाद किसानों ने सरकार को 16 अप्रैल तक का समय दिया था।
सरकार ने रिहाई नहीं की तो वे ट्रैक पर उतर आए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे पुलिस-किसानों की धक्कामुक्की हुई। मगर किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और ट्रैक पर बैठ गए।
बता दें कि पुलिस ने पहले अनीश खटकड़ को गिरफ्तार किया था, जो जींद जेल में बंद हैं। 28 मार्च को अंबाला पुलिस ने युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा और गुरकीरत सिंह को गिरफ्तार किया। ये दोनों अंबाला सेंट्रल जेल में हैं।