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 फरीदाबाद: पुलिस के हाथ लगे साइबर ठग, 60,000 रुपए, एक मोबाइल, 400 सिम बरामद

 
साइबर पुलिस

Cyber crime: फरीदाबाद में स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट कराने के नाम पर 53 लाख 15 हजार 247 रुपए की ठगी करने वाले साइबर ठग गिरोह के पांच सदस्यों को साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु गोयत ने बताया कि चांद सुपारी नाम के एक व्यक्ति द्वारा दी गई शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार करते हुए 60,000 रुपए और एक मोबाइल फोन सहित 400 मोबाइल सिम में बरामद की है।

साइबर पुलिस

एसीपी अभिमन्यु को इतने बताया कि, साइबर क्राइम का मास्टरमाइंड रोशन जो कि बुआ बकला गांव जिला भोजपुर बिहार का रहने वाला है। जिसने अपना वेबसाइट लागिन अकाउंट शमीम, निवासी गोंडा, उत्तर प्रदेश को दिया। शमीम ने यह अकाउंट चलाने के लिए खटीमा, बिहार के रहने वाले अंकित को दे दिया। अंकित ने यह अकाउंट चलाया और पैसे भेजने के लिए एक टोनी नाम के व्यक्ति की सहायता की । इस मामले में एक अन्य व्यक्ति सौरव को गिरफ्तार भी किया गया है, जो लोगों को बेवकूफ बनाकर उनसे सिम अरेंज करता था और उस सिम को अंकित वर्मा को दे देता था ।

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विदेश भेजे जाते थे भारतीय मोबाइल सिम

अंकित वर्मा अहमदाबाद में एक व्यक्ति को सिम सप्लाई करता था और वह उन सिम को दुबई और अन्य देशों में भिजवाता था। इस केस में पुलिस ने सौरव से 400 मोबाइल सिम बरामद की है। जो ठगी में इस्तेमाल की जानी थी, कुछ सिम इस्तेमाल की जा चुकी थी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों से 60,000 रुपए और एक मोबाइल फोन बराबर किया है । यह मोबाइल फोन उत्तराखंड के खटीमा से इस्तेमाल किया जा रहा था। एसीपी अभिमन्यु बताया कि फरीदाबाद में पहला केस सामने आया है। सभी पांचों आरोपियों की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सौरव वर्मा, रोशन, अंकित, शमीम और दिव्यांशु शामिल है।

इस तरह की जाती थी ठगी

एसीपी अभिनव ने बताया कि, पहले शिकायतकर्ता चांद सुपारी को आरोपियों ने स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट कराने के नाम पर शेयर इन्वेस्टमेंट इलिट व्हाट्सएप ग्रुप में जाेड़ा। इस ग्रुप में करीब 115 लोगों को जोड़ा गया है। फिर एक फर्जी वेबसाइट ,प्राइवेट placement.com पर अकाउंट खुलवाया गया। जिसमें लगातार शिकायतकर्ता के पैसों में वृद्धि होती दिखाई दी और व्हाट्सएप ग्रुप पर लोग इस इन्वेस्टमेंट में रोजाना फायदा दिखाते थे, इसी झांसे में शिकायतकर्ता गया और महज 19 दिनों, यानी 8 फरवरी 2024 से 26 फरवरी 2024 तक यह है उसमें 53,15,247 का इन्वेस्टमेंट कर चुका था। इसके बाद इसे ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद पीड़ित देश की शिकायत दर्ज करें शिकायत के आधार पर आरोपियों दिल्ली, गुरुग्राम, बिहार और अहमदाबाद इलाके से गिरफ्तार किया गया है।