हरियाणा में कांग्रेस 9 और AAP 1 सीट पर लड़ सकती है लोकसभा चुनाव, जानें ‘इंडिया गठबंधन’ की अगली रणनीति ?

हरियाणा में कांग्रेस 9 और AAP 1 सीट पर लड़ सकती है। चंडीगढ़ सीट पर भी कांग्रेस लड़ेगी। वहीं, पंजाब में दोनों पार्टियां सभी 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगी। सूत्रों के मुताबिक इस फैसले पर सहमति बन चुकी है। हालांकि इसका अभी औपचारिक ऐलान होना बाकी है।
कांग्रेस ने 9 सीटों पर दावा ठोका
हरियाणा की बात करें तो यहां पंजाब के मुकाबले आम आदमी पार्टी से कांग्रेस खुद को ज्यादा मजबूत मान रही है। हालांकि, पिछले लोकसभा चुनाव-2019 में यहां कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई थी। लेकिन, इस बार गठबंधन के तहत कांग्रेस ने 9 सीटों पर दावा ठोका है। जबकि सिरसा लोकसभा सीट शेयरिंग समझौते के तहत AAP के कोटे में जाने की संभावना है। फिलहाल हरियाणा की सभी 10 सीटें BJP के पास है।
चंडीगढ़ में कांग्रेस लोकसभा लड़ेगी
चंडीगढ़ में लोकसभा की एक मात्र सीट है। इस पर कांग्रेस अपना दावा मजबूत कर रही है। दोनों पार्टियों के बीच अभी हाल ही में हुए चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर भी गठबंधन हुआ। इसमें सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद AAP के उम्मीदवार कुलदीप टीटा मेयर बन चुके हैं। कांग्रेस तभी से कह रही है कि यहां लोकसभा में आम आदमी पार्टी उसे सपोर्ट करेगी।
पंजाब में AAP-कांग्रेस के जीत के दावे से फंसा पेंच
दोनों पार्टियां I.N.D.I. गठबंधन का हिस्सा हैं। पंजाब में कांग्रेस और AAP दोनों ही पार्टी की लोकल लीडरशिप अकेले चुनाव लड़ने के पक्ष में है। इसकी वजह से यहां समझौता नहीं होता दिख रहा। पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें है। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थीं। लेकिन, इस बार पंजाब में आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार है। पिछले विस चुनाव में उन्होंने 117 में से 92 सीटें जीती। इस वजह से वह खुद को मजबूत स्थिति में मान रही है।
AAP पंजाब में एक सीट हारी, एक जीती
2019 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की तरफ से इकलौते भगवंत मान संगरूर से अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे। हालांकि, CM बनने के बाद हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी यह सीट भी हार गई। हालांकि, पिछले साल हुए उपचुनाव में जालंधर सीट पर जीत के साथ पंजाब में फिर से AAP का खाता खुला।
केजरीवाल बोले- दो दिन में तस्वीर होगी साफ
इससे पहले बुधवार को AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के तालमेल को लेकर AAP और कांग्रेस के बीच बातचीत में काफी देरी हुई। हालांकि, एक-दो दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी। ऐसे में संभावना है कि शुक्रवार को दोनों पार्टी शीट शेयरिंग को लेकर घोषणा कर सकती हैं।