कांग्रेस के टिकट बंटवारे में दिखा जातीय संतुलन: 1 ब्राह्मण 1 पंजाबी 2 जाट और 2 OBC उम्मीदवार
इंडिया गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी (AAP) ने कुरुक्षेत्र में वैश्य समाज के प्रत्याशी को टिकट दी हुई है। वहीं, भाजपा ने 2 जाट, 2 ब्राह्मण, 2 ओबीसी, 2 एससी, 1 पंजाबी और 1 वैश्य को टिकट दी हुई है।
कांग्रेस लिस्ट में जातीय संतुलन
अंबाला से वरुण चौधरी और सिरसा से कुमारी सैलजा दोनों दलित हैं, जिन्हें आरक्षित सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। हिसार में जय प्रकाश और रोहतक में दीपेंद्र हुड्डा के रूप में जाट उम्मीदवार मैदान में उतारे, जबकि करनाल में यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा पर दांव खेला है, जोकि पंजाबी हैं।
फरीदाबाद और भिवानी-महेंद्रगढ़ से OBC कैंडिडेट
इसके साथ फरीदाबाद से प्रत्याशी महेंद्र प्रताप सिंह गुर्जर और भिवानी-महेंद्रगढ़ में राव दान सिंह अहीर हैं। दोनों ही ओबीसी में आते हैं। राव दान सिंह को टिकट दिए जाने का फायदा रोहतक में दीपेंद्र सिंह हुड्डा को भी होगा, क्योंकि कोसली विधानसभा सीट अहीर बाहुल्य है। पिछले चुनाव में दीपेंद्र कोसली विधानसभा सीट से ही हारे थे, जिस कारण वह लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाए। वहीं सोनीपत में ब्राह्मण सतपाल ब्रह्मचारी को कैंडिडेट्स बनाया है।
चार सर्वे के बाद 400 दावेदारों में से चुने प्रत्याशी
कांग्रेस में दावेदार 400 थे। पार्टी ने 4 सर्वे कराए, तब टिकट फाइनल किए गए। जब हरियाणा की स्क्रीनिंग कमेटी ने नामों का पैनल हाईकमान को सौंपा था, तब अंतिम सर्वे अप्रैल में पार्टी ने कराया। यही टिकटों का आधार बना
हरियाणा कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन चांदवीर हुड्डा के अनुसार जिनका नाम सर्वे में सबसे ऊपर आया है, उन्हें पार्टी ने टिकट दिए हैं। ब्राह्मण, पंजाबी, गुर्जर, ओबीसी, अहीर, एसपी और जाट समेत हर वर्ग को टिकटों के आवंटन में प्रतिनिधित्व मिला है।
हरियाणा का राजनीतिक गणित
हरियाणा में चाहे कोई भी पार्टी हो, उसका फोकस जाट वोटों पर ही रहता है। खासकर कांग्रेस इस वोट बैंक को अभी तक अपना मानती है। इसकी वजह यह भी है कि कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जाट नेताओं का बड़ा चेहरा है।