नाराजगी के बाद अनिल विज ने बयां किया अपना दर्द: कहा-परिस्थितियां देख छोड़ा मंत्री पद

‘ताकत पद में नहीं, आदमी में होती है’
ताकत पद में नहीं, आदमी में होती है। मैं मंत्री भी रहा और विधायक भी, कई बार समय ऐसा भी आया हमारी सरकार भी नहीं थी, लेकिन हमेशा राजनीति में जिंदा रहे और आज भी कोई हमारे काम रोक सके यह किसी में हिम्मत नहीं।
उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि हमारे विकास कार्यों को पूरी रफ्तार से चलाया जाए और किसी ने कोई अड़चन डालने का प्रयास किया तो पुरजोर विरोध किया जाएगा, क्योंकि उनकी गाड़ी में दरी हमेशा रहती है।
कांग्रेस नेता चित्रा सरवारा ने सवाल उठाए कि विज पिछले साढ़े 9 साल अंबाला कैंट के भ्रष्टाचार में चुप क्यों रहे?। तब उनकी दरी कहां थी।
CM बदलने के बाद से ही नाराज थे विज
हरियाणा में गृह और स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे कद्दावर मंत्री अनिल विज की नाराजगी की शुरुआत मुख्यमंत्री के बदलाव से शुरू हुई। दरअसल, मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा, इसके बारे में अनिल विज को पता नहीं था। हालांकि खट्टर को इसकी पूरी जानकारी थी। इसी वजह से खट्टर के इस्तीफे के बाद पूर्व गृहमंत्री उन्हीं के साथ ही एक कार में घूमते रहे। इसके बाद भी विज को उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी।
विज की नाराजगी इस कदर रही कि उन्होंने नायब सैनी के मंत्रिमंडल से भी किनारा कर लिया। उनका नाम सबसे पहले शपथ लेने वाली मंत्री की लिस्ट में था लेकिन वह नहीं माने।
पिछले दिनों CM सैनी अनिल विज के घर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने विज के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।