एंटी करप्शन ब्यूरो को मिली बड़ी कामयाबी, डॉ के पास मिले 2 करोड़ रुपए
Sep 28, 2024, 17:55 IST
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की करनाल टीम द्वारा 26 सितंबर को रिश्वत के मामले में पकड़े गए आरोपी डा. रवि विमल को आज न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। इस मामले में छानबीन के दौरान आरोपी डॉक्टर के पंचकूला के अमरावती स्थित फलैट से एक करोड़ 2 लाख रूपये की राशि बरामद की गई है। अनुसंधान जारी है।
इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एसीबी करनाल की टीम द्वारा पकड़े गए आरोपी डा. रवि विमल की निशानदेही पर देर सांय आरोपी के घर की तलाशी ली गई। इस दौरान आरोपी के घर से एक करोड़ 2 लाख रूप्ये की राशि बरामद की गई है। इस मामले में आरोपी डॉक्टर से पूछताछ की जा रही है कि उसके पास यह राशि कहां से आई और इस मामले में और कितने लोग शामिल है। एसीबी की टीम द्वारा अलग-2 एंगल से जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि डा रवि विमल जिला पंचकूला में आयुष्मान भारत योजना के डिप्टी सीईओ के पद पर कार्यरत था। एसीबी की टीम को करनाल के एक निजी अस्पताल के संचालक से शिकायत प्राप्त हुई कि आरोपी डा. रवि विमल आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध उसके अस्पताल का सस्पेशन रद्द करने के बदले में 10 लाख रूप्ये की रिश्वत की मांग कर रहा है जिसमें से 5 लाख रूप्ये की राशि देने की बात तय हुई जिसे लेते हुए एसीबी करनाल की टीम ने आरोपी को रंगे हाथो गिरफतार कर लिया। इस मामले में सभी तथ्यों का विश्लेषण करते हुए इसकी जांच की जा रही है।
इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एसीबी करनाल की टीम द्वारा पकड़े गए आरोपी डा. रवि विमल की निशानदेही पर देर सांय आरोपी के घर की तलाशी ली गई। इस दौरान आरोपी के घर से एक करोड़ 2 लाख रूप्ये की राशि बरामद की गई है। इस मामले में आरोपी डॉक्टर से पूछताछ की जा रही है कि उसके पास यह राशि कहां से आई और इस मामले में और कितने लोग शामिल है। एसीबी की टीम द्वारा अलग-2 एंगल से जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि डा रवि विमल जिला पंचकूला में आयुष्मान भारत योजना के डिप्टी सीईओ के पद पर कार्यरत था। एसीबी की टीम को करनाल के एक निजी अस्पताल के संचालक से शिकायत प्राप्त हुई कि आरोपी डा. रवि विमल आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध उसके अस्पताल का सस्पेशन रद्द करने के बदले में 10 लाख रूप्ये की रिश्वत की मांग कर रहा है जिसमें से 5 लाख रूप्ये की राशि देने की बात तय हुई जिसे लेते हुए एसीबी करनाल की टीम ने आरोपी को रंगे हाथो गिरफतार कर लिया। इस मामले में सभी तथ्यों का विश्लेषण करते हुए इसकी जांच की जा रही है।