ब्रेकअप के बाद दोस्ती: जानें रिश्ता टूटने के बाद बचा सम्मान, अतीत और वर्तमान के बीच का संतुलन
relationship: रिलेशनशिप एक्सपर्ट और ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर (डॉ.) कैरी जेनकिन्स ने एक किताब लिखी- 'व्हॉट लव इज।' अपनी इस किताब में कैरी जेनकिन्स खत्म हो चुके रोमांटिक और वैवाहिक रिश्तों को दोस्ती में बदलने को बेहतर बताती हैं। उनके मुताबिक हमारे रिश्ते की असली परख अलग होने के बाद ही होती है।
असली प्रेम में अलगाव के बाद भी दोस्ती रखी जा सकती है
कैरी जेनकिन्स अपनी किताब में लिखती हैं कि साथ रहने पर अच्छी दिल लगाने वाली बातें करना नॉर्मल है। लेकिन अलग होने पर भी एक-दूसरे के लिए स्नेह और भावनात्मक लगाव बना रहे, यही असली प्रेम है। असली प्रेम में अलगाव के बाद भी दोस्ती रखी जा सकती है। ऐसा करना दोनों पार्टनर्स के लिए बेहतर है।
फ्रेंड सर्किल और सोशल कॉन्टैक्ट
रिश्ते में रहते हुए एक फ्रेंड सर्किल और सोशल कॉन्टैक्ट बनता है। अगर पार्टनर्स रिश्ता टूटने के बाद एक-दूसरे से पूरी तरह कट जाएं तो इन फ्रेंडली और सोशल रिश्तों को संभाला नहीं जा सकता है। ऐसे में दो पार्टनर्स अलग होने के बाद दोस्त बनकर अपने कई और रिश्तों को बचा सकते हैं। ये रिश्ते उनकी जिंदगी पर कई तरह के पॉजिटिव असर डाल सकते हैं।
ब्रेकअप से नहीं बिगड़ेगा काम- अगर कोई अपने कलीग के साथ रिश्ते में रहा हो तो अलग होने के बाद की दुश्मनी वर्कप्लेस को टॉक्सिक बना सकती है। संभव है कि किसी एक को मजबूरी में नौकरी छोड़नी पड़ जाए। ऐसे में रिश्ता टूटने के बाद भी दोस्त या कम-से-कम हेल्दी प्रोफेशनल रिश्ता रखना फायदेमंद हो सकता है।
ब्रेकअप का बाद भी दोस्ती
एक-दूसरे में इंटरेस्ट और कुछ कॉमन चीजें देखने के बाद ही दो लोग रिश्ते में आते हैं। रिश्ता टूटने की तमाम वजहें हो सकती हैं। लेकिन ये कई वजहें रिश्ते में आने की भी होती हैं। ये वजहें दोस्ती की सफल बुनियाद बन सकती हैं। कॉमन इंटरेस्ट की वजह से एक्स में अच्छा दोस्त बन पाने की पूरी संभावना होती है। टूट चुके रिश्ते भी अच्छी दोस्ती की शुरुआत हो सकते हैं।
तलाक के बाद दोस्त बनकर बच्चों की परवरिश- अगर शादीशुदा रिश्ते में तलाक की नौबत आती है तो बच्चों के सही भविष्य और परवरिश के लिए मां-बाप का आपस में दोस्त होना जरूरी है। अगर उनके बीच दुश्मनी पनपे तो बच्चों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
रोमांस के बाद वाली दोस्ती में बाउंड्री सेट करना जरूरी
रिलेशनशिप एक्सपर्ट प्रोफेसर (डॉ.) कैरी जेनकिन्स की मानें तो रोमांटिक या वैवाहिक रिश्ते को खत्म करने के बाद शुरू होने वाली दोस्ती की कुछ सीमाएं तय करनी जरूरी हैं।
‘थ्री ऑफ अस’ के प्रदीप से सीखें अतीत और वर्तमान में संतुलन बनाना
डायरेक्टर अविनाश अरुण की फिल्म ‘थ्री ऑफ अस’ एक ऐसी ही कहानी कहती है। फिल्म में बचपन का बिछड़ा एक प्रेमी जोड़ा 20 साल बाद मिलता है। तब तक दोनों की शादी हो चुकी है, बच्चे भी बड़े हो गए हैं। फिल्म का मेल कैरेक्टर प्रदीप अपने बचपन के प्यार शैलजा के लिए भावनाएं दिखाता है। लेकिन ये भावनाएं उसकी पत्नी के प्यार को पार नहीं कर पातीं। उसकी भावनाएं मौजूदा रिश्ते को संभाले रखने की सीमा में होती हैं। फिल्म में एक जगह दिखाया है कि एक्स से मिलने के दिनों में ही प्रदीप अपने हाथों से एक साड़ी पेंट कर रहा है।