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 चंडीगढ़ मेयर चुनाव धांधली मामला, आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले चंडीगढ़ मेयर का इस्तीफा, आप के 3 पार्षद बीजेपी में शामिल

 
चंडीगढ़ मेयर चुनाव धांधली मामला, आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले चंडीगढ़ मेयर का इस्तीफा, आप के 3 पार्षद बीजेपी में शामिल

Chandighar meyar: चंडीगढ़ में मेयर को लेकल चल रहे विवाद के बीच भाजपा के मेयर बने मनोज सोनकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अरुण सूद ने मेयर के इस्तीफे की पुष्टि की है।

आज होगी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

आज चंडीगढ़ मेयर चुनाव में धांधली के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होनी है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के 3 पार्षदों ने रविवार रात दिल्ली पहुंचकर भाजपा ज्वॉइन कर ली है। पूनम देवी, नेहा मुसावत और गुरचरणजीत सिंह काला को पार्टी के जनरल सेक्रेटरी विनोद तावड़े ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। अब सोमवार की सुनवाई के बाद अगर सुप्रीम कोर्ट दोबारा मेयर चुनाव करवाने का आदेश देती है, तो BJP की जीत लगभग तय होगी।

वोटों की गिनती में धांधली का आरोप

सुप्रीम कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई I.N.D.I.A गठबंधन के मेयर पद के उम्मीदवार कुलदीप कुमार टीटा की तरफ से दायर की गई याचिका पर होगी। गठबंधन ने BJP पर आरोप लगाया है कि चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में चुनाव अधिकारी अनिल मसीह ने वोटों की गिनती में धांधली की। जिससे BJP ने धोखे से अपना मेयर बनाया है।

चुनाव दोबारा हुए तो क्या तब भी बीजेपी की जीत पक्की

AAP के 3 पार्षदों के भाजपा में आने के बाद नगर निगम में पूरी तरह समीकरण बदल जाएंगे। एक सांसद को मिलाकर पहले से ही BJP के पास 15 वोट हैं। 3 AAP पार्षदों के BJP ज्वॉइन करने से यह आंकड़ा 18 हो गया। एक अकाली दल का वोट मिला कर ये संख्या 19 हो जाएगी। ऐसे में अगर सुप्रीम कोर्ट से मेयर चुनाव दोबारा करवाने को लेकर फैसला आता है तो भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ अपना मेयर बना लेगी।

किसकों मिलेगी मेयर की कुर्सी

चंडीगढ़ मेयर की कुर्सी अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है। इसलिए, BJP की तैयारी है कि सोनकर के इस्तीफे के बाद इस कुर्सी का दावेदार उन 3 नामों में से एक को बनाया जाए, जो AAP से छूटकर पार्टी में शामिल हुए हैं। इनमें 2 महिला पार्षदों में से एक को मेयर की कुर्सी मिल सकती है।

सुप्रीम कोर्ट ने प्रशासन से जवाब मांगा था

पिछली सुनवाई के दौरान SC ने इस मामले में सख्त टिप्पणी की थी। अदालत ने नोटिस जारी कर प्रशासन से इस पर जवाब मांगा था। आज प्रशासन मेयर चुनाव को लेकर अदालत में अपना जवाब दाखिल करेगा। अदालत ने रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह की तरफ से 8 वोटों को इनवैलिड करने पर इसे लोकतंत्र की हत्या बताया था। इसके अलावा चुनाव अधिकारी अनिल मसीह को भी व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने को कहा था।