घर की रसोई में छिपी सेहत से जुड़ी लाभदायक चीजें: जानें कैसे बढ़ेगा स्वाद, दूर होंगी बीमारियां?
आयुर्वेद में सिरके का इस्तेमाल
सिरका स्वाद के साथ सेहत के लिए भी उतना ही कमाल है। इसमें सेहत के बड़े राज छिपे हैं। सालों से किचन में खाना बनाने और घरेलू दवाइयों के रूप में सिरके का इस्तेमाल होता रहा है। आयुर्वेद में तो हार्ट डिजीज, मेंटल इलनेस और कैंसर के इलाज के लिए आज भी सिरके का इस्तेमाल किया जाता है। सिरका हमारी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है, इसे लेकर कम ही स्टडीज हुई हैं। हालांकि आयुर्वेद में इसका लंबे समय से दवा के रुप में इस्तेमाल होता आया है।
सिरके में मौजूद एक केमिकल है खास
सिरके का प्राइमरी एक्टिव कंपाउंड इसमें मौजूद एसिटिक एसिड है। इसमें लगभग 5% एसिटिक एसिड होता है। इसकी तेज खट्टी महक और स्वाद के पीछे यह एसिटिक एसिड ही है। ऑर्गेनिक और अनफिल्टर्ड सिरके में मदर नाम का एक केमिकल कंपाउंड होता है। इसमें प्रोटीन, एंजाइम और फ्रेंडली बैक्टीरिया होते हैं।
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इस केमिकल कंपाउंड मदर की मौजूदगी ही इसे इतना लाभदायक बनाती है।
आमतौर पर सिरके में किसी तरह के विटामिन या खनिज नहीं होते हैं। कुछ अच्छे ब्रांड के सिरके में अमीनो एसिड और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं।
खतरनाक बैक्टीरिया मार सकता है सिरका
कई देशों में पारंपरिक रूप से साफ-सफाई करने और डिसइन्फेक्शन के लिए, नाखून साफ करने, जूं हटाने, मस्से और कान के इन्फेक्शन के इलाज के लिए सिरके का उपयोग होता है। आधुनिक चिकित्सा के जनक हिप्पोक्रेट्स ने अब से 2,000 साल पहले घावों को साफ करने के लिए सिरके का उपयोग किया था। सिरका एक जबरदस्त फूड प्रिजर्वेंट है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, सिरका ई. कोली जैसे बैक्टीरिया को बढ़ने और भोजन को खराब होने से रोकता है।
किसी फूड आइटम को सुरक्षित रखने के लिए प्रिजर्वेंट खोज रहे हैं तो सिरके से बेहतर नेचुरल प्रिजर्वेंट नहीं मिल सकता है।
ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करता है सिरका
फ्रेंच बायोकेमिस्ट और ‘शुगर रिवॉल्यूशन’ जैसी इंटरनेशनल बेस्टसेलर किताब की लेखिका जेस्सी इनचौपसे अपनी किताब में लिखती हैं कि ब्लड शुगर लेवल कम करने के लिए नींबू और सिरका दो गजब की चीजें है। नींबू में साइट्रिक एसिड होता है, जो पेट के एसिड लेवल पर असर डालता है।