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 नूंह: काली पट्टी बांधकर मनाई गई ईद, भूमि का मुआवजा नहीं मिलने से 9 गांव के किसानों में रोष

 

Nuh farmer protest: नूंह में 9 गांवों के किसानों ने ईद का त्योहार काली पट्टी बांधकर मनाया। किसानों ने काली पट्टी बांधकर नमाज अता की। किसानों ने कहा कि डेढ़ महीने से किसान धरने पर बैठे हैं, सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहीं है।

सरकार के प्रति किसानों में रोष

किसान कमेटी के सदस्य हाफिज सिराजुद्दीन, जाहिद सरपंच मेहरोला, दीनू नंबरदार रूपाहेड़ी, सब्बीर खेड़ी ने कहा कि आईएमटी रोजकामेव के लिए 9 गांव खेड़ली कंकर, मेहरोला, बडेलाकी, कंवरसीका, रोजकामेव, धीरदोका, रूपाहेड़ी, खोड (बहादरी) और रेवासन के किसानों की वर्ष 2010 में 1600 एकड़ अधिग्रहण की जमीन की गई थी। उस दौरान किसानों की जमीन को सरकार द्वारा 25 लाख रुपए का मुआवजा देकर प्रति एकड़ अधिग्रहण किया गया था।

अपनी जमीन के लिए किसानों ने लड़ी लड़ाई

सरकार ने फरीदाबाद के चंदावली, मच्छगर गांवों की जमीन को भी अधिग्रहण किया। वहां के किसानों ने कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी जमीन को सस्ते दामों में सरकार पर लेने का आरोप लगाकर मुआवजा बढ़ाने की मांग की थी, जिस पर कोर्ट ने किसानों को प्रति एकड़ 2 करोड़ की राशि देने के आदेश दिए थे। इस दौरान जब 9 गांवों के किसानों को पता चला कि उक्त गांवों के किसानों को 2 करोड़ प्रति एकड़ मिले हैं तो उन्होंने भी लंबी लड़ाई लड़कर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। जिस पर सरकार ने किसानों से बातचीत करते हुए उनकी जमीन को 46 लाख रुपए प्रति एकड़ देने की बात कही और उनसे एफिडेविट पर साइन करा लिए, ताकि किसान कोर्ट में ना जा सके।

डेढ़ महीने से धरने पर बैठे धीरदोका गांव के किसान

किसानों को 21- 21 लाख रुपए देकर कहा कि आगे आपको 25-25 लाख रुपए ओर दे दिए जाएंगे, लेकिन आज तक भी किसानों को 25-25 लाख रुपए नहीं दिए गए हैं। इसी के चलते किसान धीरदोका गांव में अब डेढ़ माह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।