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पूर्व CM ने विरोध करने वालों को बताया सिरफिरा, अब तक कई BJP उम्मीदवारों का हो चुका है विरोध

 

Manohar lal: हरियाणा में BJP कैंडिडेट्स चुनाव प्रचार में जुटे हैं, लेकिन कुछ कैंडिडेट्स को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा है। काले झंडे दिखाने के साथ उनके खिलाफ नारेबाजी हुई। इस पर पूर्व CM मनोहर लाल खट्‌टर ने प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग सिरफिरे होते हैं, जो अपनी दबंगई चलाते हैं। पहले उनकी चलती थी, अब नहीं चल पा रही। उन्हें ये भी पता है कि विरोध करने वाले 10 लोग होते हैं, लेकिन इस विरोध के परिणामस्वरूप सैकड़ों लोग जुड़ रहे हैं।

नेताओं के विरोध करने से होता है फायदा

पूर्व CM ने कहा कि जितना ज्यादा विरोध लोग करते हैं, उससे कहीं ज्यादा जुड़ते हैं। जिस नेता का विरोध किया जा रहा है, उसे फायदा होता है।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सरकार ने ठोस कार्रवाई की है। उनकी हर तकनीक को फेल करने का काम हमारी सरकार ने किया। जब भी कोई भ्रष्टाचार करने के लिए आता है तो उसे तुरंत पकड़ लेते हैं।

साइबर क्राइम करने वालों को पकड़ा जा रहा

पूर्व सीएम ने कहा कि इस शासन में चालाकियां नहीं चलती। एक जमाना था, जब भ्रष्टाचार को उकसावा देते थे और भ्रष्टाचारी को पकड़ते नहीं थे। आज साइबर क्राइम करने वालों को भी पकड़ा जा रहा है। मनोहर लाल ने कहा कि भाजपा में किसी तरह की कोई फूट नहीं है। सभी विधानसभा, क्षेत्र के लोग यहां आए हैं।

उन्होंने लोगों को बेहतरीन सुविधाएं दी। डिजिटलाइजेशन से लोगों काे दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते। घर से ही सरकारी योजनाओं के लिए अप्लाई किया जा रहा है और पारदर्शी तरीके से योजनाओं का लाभ मिल रहा है।

इन कैंडिडेट्स का हो चुका विरोध

रोहतक से BJP उम्मीदवार डॉ अरविंद शर्मा, हिसार से रणजीत चौटाला, सिरसा से अशोक तंवर और सोनीपत से मोहनलाल बड़ौली को लोगों और किसानों का गुस्सा झेलना पड़ा। अरविंद शर्मा को तो ग्रामीणों ने यह तक कह दिया कि सांसद महोदय चुनाव जीतने के बाद पांच साल बाद गांव में दर्शन दे रहे हैं।

हरियाणा CM नायब सैनी ने किसानों को उपद्रवी कहा था

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने रतिया में एक कार्यक्रम के दौरान किसानों के विरोध पर कहा कि पीछे भी हमारे उपद्रवी किसान जो आंदोलन कर रहे हैं, उन सबसे वार्ता करने के लिए सरकार ने मंत्रियों को भी भेजा। अब भी सरकार उनसे वार्ता कर रही है। सरकार किसानों की हितैषी है, दुश्मन नहीं।