शंभू बॉर्डर पर लगी आग पर किसानों का आरोप: स्टार्ट तक नहीं हुई मौके पर खड़ी दमकल की गाड़ियां
किसानों को हुआ नुकसान, अधिकारियों ने नहीं ली सुध
किसानों ने खुद ही पानी की बाल्टियों से आग पर काबू पाया। हालांकि, बाद में आई फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। किसानों का आरोप है कि किसानों को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन किसी अधिकारी ने कोई सुध तक नहीं ली। किसान-मजदूर मोर्चा के सदस्य एवं BKU शहीद भगत सिंह के अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोहड़ी ने बिजली के प्रबंध कम होने की वजह से शॉर्ट सर्किट हुआ है, यह सरकार की नाकामी है।
सरकार से संसाधनों की ओर ध्यान देने की मांग
किसान पिछले एक माह से बिजली की उचित व्यवस्था को लेकर सरकार व प्रशासन को अवगत करा रहे हैं, लेकिन कोई सुध नहीं ली गई। मोहड़ी ने कहा कि यहां लाइट की कमी है, ट्रांसफॉर्मर की कमी है। सरकार सुन नहीं रही है। कहा कि सरकार संसाधनों की ओर ध्यान दें।
ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत 4 तंबू जले थे
गुरुवार को अचानक शॉर्ट सर्किट से किसानों के तंबू में आग लग गई थी। आग इतनी भयानक थी कि एक ट्रैक्टर-ट्रॉली और 4 तंबू जलकर राख हो गए थे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा था कि होशियारपुर की जत्थे बंदियों की ट्रैक्टर-ट्रॉली जल गई है। उन्होंने अफवाह न फैलाने की अपील की थी।
पंधेर बोले- भुगतान करे सरकार
किसान-मजदूर मोर्चा के कोआर्डिनेटर सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान आंदोलन-2 का आज 60वां दिन है। अभी तक 14 किसानों की मौत हो चुकी है, लेकिन किसान पीछे नहीं हटेंगे। युवा किसान शहीद शुभकरण की अस्थि विसर्जित करने के लिए केरल पहुंचे हुए हैं। कहा कि ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है। मार्च का महीने में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़े हैं। भारत में भी बहुत सारी गर्मी पड़ने वाली है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को पड़ेगा, क्योंकि हमारी फसलें खुले आसमान में पड़ी हैं।
सरकार सड़कों का जाल बिछा पेड़-पौधों को काट रही
ग्लोबल वार्मिंग के चलते ज्यादा से ज्यादा बारिश होगी या फिर सूखा पड़ेगा। किसानों ने इसलिए प्रधानमंत्री से मांग रखी थी कि फसल बीमा योजना के तहत सरकार अपने दम पर बीमा करके दे, जो अभी तक पूरी नहीं हुई है। पंजाब में भी 13-14 को बारिश होने की संभावना जताई है। इसलिए सरकार ने अनाज मंडियों में उचित व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं, ताकि किसानों की फसलों को नुकसान न पहुंचे। पंधेर ने कहा कि सरकार सड़कों का जाल बिछा पेड़-पौधों को काट रही है। सरकार को ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने की तरफ ध्यान देना चाहिए, ताकि ग्लोबल वार्मिंग से बचा जा सके।
किसान नेताओं की रिहाई न होने पर 17 को रोकेंगे ट्रेन
किसान हरियाणा-पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। 13 फरवरी से शुरू हुए किसान आंदोलन-2 के 59 दिन बीत चुके हैं। 13, 14 और 21 फरवरी को दिल्ली कूच के लिए टकराव हुआ, जिसमें कई पुलिस कर्मचारियों समेत सैकड़ों किसानों को चोटें आई। शुरुआती दौर में हुई 4 बार की वार्ता में भी सहमति नहीं बनी है।