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BJP ने की भजनलाल परिवार की अनदेखी: हिसार से कुलदीप बिश्नोई को नहीं दिया टिकट

 
Bishnoi family: BJP ने इस बार लोकसभा चुनाव में पूर्व CM चौधरी भजनलाल परिवार को बिल्कुल किनारे कर दिया है। 2009 से लगातार बिश्नोई परिवार लोकसभा चुनाव लड़ता आया है, मगर इस बार परिवार के किसी मेंबर को टिकट नहीं मिली।

लगातार 4 बार लड़ा हिसार से चुनाव

भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई लोकसभा के चुनावी मुकाबलों से आउट होने का दर्द जता चुके हैं। हालांकि, उनकी इस नाराजगी को भाजपा ने कोई तरजीह नहीं दी। वह अपना गुस्सा हिसार से भाजपा कैंडिडेट रणजीत चौटाला के चुनाव प्रचार से दूर होकर जरूर जता रहे हैं। भजनलाल परिवार ने हिसार सीट से लगातार 4 बार चुनाव लड़ा। 2009 में पूर्व सीएम भजनलाल हिसार से चुनाव जीते। इसके बाद 2011 में उपचुनाव हुआ। जिसमें कुलदीप बिश्नोई ने चुनाव लड़ा और उनकी जीत भी हुई। 2014 में कुलदीप बिश्नोई हजकां से चुनाव लड़े लेकिन दुष्यंत चौटाला के सामने हार गए। 2019 में कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई ने चुनाव लड़ा लेकिन भाजपा के उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह से हार गए।

बिश्नोई परिवार की नाराजगी का बीजेपी पर नहीं कोई असर

कुलदीप बिश्नोई ने मार्च 2022 में कांग्रेस छोड़ भाजपा जॉइन की थी। इसके बाद भाजपा से उनके बेटे भव्य बिश्नोई ने विधानसभा उपचुनाव लड़ाया। इसके बाद कुलदीप ने इस लोकसभा चुनाव में हिसार सीट से दावेदारी ठोकी। हालांकि भाजपा हाईकमान में उनकी नहीं चली और पूर्व डिप्टी पीएम चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को भाजपा ने पार्टी में शामिल करवाकर टिकट दे दी। वे अभी तक निर्दलीय विधायक थे।

कुलदीप ने वीडियो जारी कर समर्थकों के बहाने दर्द बयां किया

हिसार से टिकट कटने और उनके गढ़ में भाजपा से चौटाला परिवार की एंट्री पर कुलदीप बिश्नोई का दर्द सामने आया। उन्होंने सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन उन्हें टिकट न मिलने पर समर्थकों के निराश होने की बात कहकर इशारों में दर्द बयां किया। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने रणजीत चौटाला के दफ्तर के उद्घाटन के कार्यक्रम में भी हिस्सा नहीं लिया था।

बेटे भव्य बिश्नोई को भी नहीं मिला कोई मंत्री पद

भजनलाल परिवार को लोकसभा टिकट से पहले हरियाणा में सीएम बदलने के दौरान भी झटका लगा। उन्हें उम्मीद थी कि भव्य बिश्नोई मंत्री बनेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हरियाणा में भाजपा ने मनोहर लाल खट्‌टर को हटाकर नायब सैनी को सीएम बनाया था। इसके बाद भव्य बिश्नोई का सोशल मीडिया के जरिए दर्द भी छलका था। भव्य ने लिखा था- "राजनीति में आपकी लोकप्रियता ही अक्सर आपकी सबसे बड़ी कमजोरी साबित होती है।"

स्टार प्रचारकों की लिस्ट से भी बाहर हुए कुलदीप बिश्नोई

भाजपा ने 27 मार्च को देशभर में जो स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी, उस सूची से भी बिश्नोई परिवार को बाहर रखा गया। राजस्थान और हरियाणा में बिश्नोई वोटर कई सीटों पर निर्णायक भूमिका में है। कुलदीप बिश्नोई ने राजस्थान सहप्रभारी के तौर पर भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव में प्रचार भी किया था।