Budget में बिहार की बल्ले-बल्ले, आजादी के बाद पहली बार मिला इतना बड़ा बजट
Yuva Haryana : केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को जहां सत्तापक्ष सराहने में लगा हुआ तो वहीं विपक्षी नेता इसे कुर्सी बचाओ बजट बता रहे है। लेकिन एक बात तो है इस बजट में बिहार राज्य की बल्ले-बल्ले जरूर हुई है।
केंद्र सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग नहीं मानी, लेकिन सरकार ने बजट में विशेष मदद देने की घोषणा की है। बिहार को 58900 करोड़ रुपए की सहायता का ऐलान केंद्र ने किया है। आजादी के बाद इतना बजट बिहार को पहली बार मिला है।
केंद्र सरकार ने बजट के जरिए बिहार में सड़क, बिजली, नए एयरपोर्ट, खेल और अस्पतालों जैसे क्षेत्रों के विकास पर खासा फोकस किया है।
सड़क विकास
बिहार में सड़कों के विकास पर 26000 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। इनमें दो नए एक्सप्रेस-वे पटना-पूर्णया, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे शामिल है। साथ ही बक्सर में गंगा नदी पर एक और दो लेन पुल बनेंगे। बोधगया, राजगीर, वैशाली, दरभंगा की कनेक्टिविटी बढ़ाने पर काम किया जाएगा।
बाढ़ बचाव के लिए विशेष बजट
केंद्र सरकार ने बिहार में बाढ़ नियंत्रण के लिए 11,500 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया है। यह बजट कोसी-मेची लिंक, बैराज, सिंचाई, कोसी के सर्वे जैसी 20 योजनाओं पर खर्च किया जाएगा।
ऊर्जा के लिए बड़ा प्रोजेक्ट
केंद्र सरकार ने बिहार में ऊर्जा के विकास के लिए 21,400 करोड़ रुपए का बजट देने की घोषणा की है। यह बजट भागलपुर के पीरपैंती में 2400 मेगावाट के पावर प्रोजेक्ट पर खर्च होगा।
उद्योग और पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर
अमृतसर, कोलकता कॉरिडोर पर गया में पूर्वी क्षेत्र का इंडस्ट्रियल नोड बनाने की घोषणा केंद्र सरकार ने की है।
वित्त मंत्री ने बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महाबोधि, विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर, नालंदा यूनिवर्सिटी व राजगीर के धार्मिक स्थलों के विश्व स्तरीय विकास की घोषणा की है।
इस बजट से कोई खुश तो कोई नाखुश
बजट पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार का आभार जताया है और कहा है कि केंद्रीय बजट में बिहार की जरूरतों का विशेष ध्यान रखा गया है। इस विशेष प्रावधान के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का धन्यवाद।
वहीं दूसरी तरफ राजद सुप्रीमो लालू यादव ने केंद्रीय बजट घिसा-पिटा बताया और कहा कि यह बजट जुमलों की रट है। गरीब, किसान के सपने इस बजट ने बंजर किए है। आम आदमी के दिल पर खंजर इस बजट से चले है।